Pita ka Putra ko Pariksha me asafal hone par santwana Patra “पिता का पुत्र को परीक्षा में असफल होने पर सांत्वना पत्र” Hindi Letter Writing

पिता का पुत्र को पत्र-परीक्षा में असफल होने पर सांत्वना

Patra-lekhan

 

आगरा।

दिनांक 12 जून, .

प्रिय पुत्र रोहित,

चिरंजीव रहो!

अभी तुम्हारा पत्र मिला । परीक्षा में असफल हो जाने के कारण तुम चिंतित हो । तुम्हें असफलता के कारण जीवन सारहीन-सा प्रतीत होने लगा है।

तुम्हें ऐसा नहीं सोचना चाहिए । जो पहले गिरता है, वही प्रगति की राह पर शीघ्र पहुँचता है । इस बार की असफलता तुम्हारी विषयों की कमजोरी को निकाल फेंकेगी । पर यह तभी हो सकता है जबकि तुम अपने मन से उदासी के मेघों को हटाकर और अवसाद को हृदय घट से निकालकर जी-जान से पढ़ाई में जुट जाओगे । कदाचित तुम्हारी मेहनत रंग लाए और तुम प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हो जाओ । तुमने बहुत बार पढ़ा होगा कि असफलता ही सफलता की कुंजी है । इस बार यह वाक्य तुम्हारे ऊपर चरितार्थ हो गया है। आगामी परीक्षा रूपी सागर को तुम निश्चित रूप से पार कर जाओगे। घबराओ मत । हम तुम्हारे साथ हैं। तुम्हारे बहन-भाई तुमसे मिलने को आतुर हैं । कुछ दिनों के लिए यहाँ चले आओ । तुम्हारा मन भी बहल जाएगा और तुम्हें नया उत्साह भी मिलेगा । किसी तरह की चिंता न करना । शेष मिलने पर ।

तुम्हारा शुभचिंतक,

कमल

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